national jagruk 2024-04-19 06:20:29
Canada: अगले साल चुनाव के पहले अपनी गिरती लोकप्रियता से चिंतित कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) अब हर हथकंडा आजमा रहे हैं। इसके लिए ट्रूडो एक तरफ अब मुस्लिम संतुष्टिकरण की राजनीति पर उतर आए हैं तो दूसरी तरफ कनाडा में अपने खालिस्तानी समर्थकों को खुश करने के लिए भारत विरोधी बयान (Canada-India Relations) भी जारी कर रहे हैं। बांटो और राज करो के अपने इस एजेंडे के तहत ट्रूडो सरकार ने 16 अप्रैल को पेश बजट में कहा है कि उनकी सरकार मुस्लिम समुदाय की आर्थिक मदद के लिए हलाल बंधक योजना शुरू करने पर विचार कर रही है। ट्रूडो सरकार की इस घोषणा ने कनाडा में एक तीखी बहस छेड़ दी है। बैंकों के जरिए चलाई जाने वाली इस हलाल बंधक योजना शुरू करने को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं।क्या है हलाल बंधक?हलाल बंधक योजना इस्लाम के उस शरिया कानून का पालन करती है, जिसमें ब्याज लेने को हराम समझते हुए इस पर रोक लगाई जाती है। इस्लामिक नियमों पर चलने वाले बैंक या वित्तीय संस्थान विशेष बंधक उत्पाद पेश करते हैं, जिसमें ब्याज भुगतान से बचा जाता है। कनाडा (Canada) के कुछ बैंक पहले से ही हलाल बंधक योजना को लागू करते हैं, लेकिन अब इसे सार्वजनिक बैंकों में भी लागू करने पर विचार किया जा रहा है।खालिस्तान डोनर्स और वोट बैंक पर नजरदूसरी ओर, खालिस्तानी वोट बैंक (Khalistan) और डोनर्स को खुश करने के लिए ट्रूडो सरकार ने भारत में लोकसभा चुनाव से (Lok Sabha Election 2024) ठीक पहले अपने नागरिकों को चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि भारत में कनाडा के नागरिक ‘बहुत ही ज्यादा सतर्कता’ बरतें क्योंकि भारत में चुनाव के पहले, दौरान और बाद में प्रदर्शन हो सकता है। बुधवार को जारी ट्रेवल एडवाइजरी जारी कहा गया है कि, ‘भारत में 19 अप्रैल से 1 जून तक आम चुनाव होने वाले हैं। भारत में आम चुनाव के पहले, दौरान और बाद में प्रदर्शन हो सकते हैं… चुनाव के दौरान ट्रैफिक और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बाधा आ सकती है…कहीं भी बिना किसी चेतावनी के कर्फ्यू लगाया जा सकता है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे प्रदर्शन वाले इलाकों और उन जगहों पर जहां भीड़ हो, वहां पर जाने से बचें।कनाडाई बन सकते हैं निशाना!एडवाइजरी में कहा गया है कि भारत और कनाडा (Canada) में हाल के दिनों में हुए घटनाक्रम को देखते हुए विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है। कनाडा के प्रति नकरात्मक भावनाएं भी हैं। इसमें कहा गया है कि कनाडा के लोगों को एंटी कनाडा प्रदर्शनों में निशाना बनाया जा सकता है। उनका उत्पीड़न किया जा सकता है। कनाडाई यात्रियों से कहा गया है कि वे बेंगलुरु, मुंबई और चंडीगढ़ के आसपास ज्यादा सतर्कता बरतें।
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